दीक्षांत एजुकेशन सेन्टर सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षण हेतु एक ईमानदारीपूर्ण प्रयास का पर्याय है, जहां योग्य एवं अनुभवी विशेषज्ञ सलाहकारों एवं शिक्षकों की टीम द्वारा सिविल सेवा परीक्षा के अभ्यर्थियों को समुचित प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। उच्च प्रतिष्ठा का प्रतीक और जन सामान्य की सेवा करने की सर्वाधिक संभावना के कारण हाल के वर्षों में सिविल सेवा के प्रति युवाओं में आकर्षण बढ़ा है जिसको देखते हुए दीक्षांत द्वारा सिविल सेवा परीक्षा के अभ्यर्थियों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त प्रशिक्षण प्रदान करने का प्रयास किया गया है। इस दिशा में दीक्षांत ने ऐसे वातावरण का निर्माण किया है जहां विद्यार्थी अपनी कुशलता एवं दक्षता का अधिकतम उपयोग कर सकें, साथ ही अपने विद्यार्थियों को सिविल सेवा परीक्षा से संबंधित उच्च स्तरीय अध्ययन सामग्री और योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों से परिचित कराया है ताकि वे अपने अन्दर छिपी प्रतिभा का सर्वाधिक उपयोग करते हुए सिविल सेवा परीक्षा में सपफलता प्राप्त कर सकें। दीक्षांत का सर्वाधिक प्रमुख पक्ष इसके विशेषज्ञ सलाहकारों की टीम है जिसमें सिविल सेवा परीक्षा के कई विशेषज्ञ शामिल हैं। दीक्षांत के विशेषज्ञ सलाहकारां की इस टीम में प्रो॰ सत्येन्द्र त्रिपाठी एवं प्रो॰ ईश्वरी प्रसाद जैसे कई अवकाश प्राप्त प्रोफेसर शामिल हैं जो सिविल सेवा परीक्षाओं से जुड़े रहे हैं और जिनको इस क्षेत्र में, विशेष रूप से उत्तर मूल्यांकन के क्षेत्रा में दीर्घकालीन अनुभव एवं विशेषज्ञता प्राप्त है। ये विशेषज्ञ सलाहकार दीक्षांत के छात्रों को न केवल अध्यापन के क्षेत्रा में अपने दीर्घकालीन अनुभवों का लाभ प्रदान करते हैं बल्कि टेस्ट श्रृंखला के माध्यम से उत्तर लेखन के क्षेत्रा में भी बेहतर मार्गदर्शन करते हैं। दीक्षांत के सिविल सेवा परीक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम की टीम के केन्द्र में डॉ. एस.एस. पाण्डेय हैं जिन्होंने अपने करिश्माई एवं ईमानदारीपूर्ण अध्यापन से समाजशास्त्र एवं सामान्य अध्ययन के छात्रों की सफलता को सुनिश्चित किया है। दीक्षांत में सिविल सेवा परीक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए निर्मित शिक्षकों की टीम में, डॉ. पाण्डेय के अलावा उन शिक्षकों को शामिल किया गया है, जो सिविल सेवा परीक्षा से जुड़े रहे हैं और जिनका लम्बे समय से इस क्षेत्र में अध्यापन एवं छात्रों को प्रशिक्षण देने का अनुभव प्राप्त है। दीक्षांत ने हिन्दी माध्यम में सामान्य अध्ययन एवं समाजशास्त्र के क्षे में विकल्पों के अभाव को मेहनत व कौशल से भरने का प्रयास किया है एवं इस क्षेत्र में एक सशक्त उपस्थिति दर्ज किया है। यहां शिक्षा को व्यावसायिक नजरिए से न देखकर, अपितु उच्चतर मूल्यों से प्रेरित होकर छात्रों एवं देश के भविष्य का निर्माण करने का प्रयास किया जा रहा है।